फार्म-12 डी भरेंगे तो घर मिलेगी वोटिंग की सुविधा, अस्सी वर्ष से ऊपर और दिव्यांग मतदाताओं के लिए सहूलियत-
UP Assembly Election 2022 जिला निर्वाचन अधिकारी के निर्देश केअनुसार ऐसे मतदाताओं को चिहिन्त किया जा रहा है। वाराणसी में इसके लिए अभियान शुरू किया गया है। यह अभियान आगामी पांच फरवरी तक चलेगा। इस दौरान बीएलओ चिहिन्त मतदाताओं के घर जाकर फार्म डी भरवाएंगे।

वाराणसी [विकास ओझा]। विधानसभा चुनाव की तैयारी जिले में शुरू हो चुकी है। सात मार्च को 3361 बूथो पर मतदाता मतदान करेंगे। निर्वाचन आयोग के निर्देश पर दिव्यांगजन व अस्सी वर्ष व इससे ऊपर के बुजुर्ग वोटरों को बैलेट पेपर के जरिए वोटिंग की सुविधा दी गई है।
जिला निर्वाचन अधिकारी के निर्देश के क्रम में ऐसे मतदाताओं को चिहिन्त किया जा रहा है। जिले में इसके लिए अभियान शुरू किया गया है। यह अभियान पांच फरवरी तक चलेगा। इस दौरान बीएलओ चिहिन्त मतदाताओं के घर जाकर फार्म डी भरवाएंगे। बुजुर्ग व दिव्यांग वोटर इस फार्म के जरिए घर पर वोटिंग की सुविधा के लिए बैलेट पेपर की डिमांड करेंगे। जिले में अस्सी प्लस वाले वोटरों की संख्या 42763 है। वहीं दिव्यांग वोटरों की संख्या 26415 है।
डिमांड करेंगे तो मतदाता सूची पर लगेंगे निशान : बुजुर्ग व दिव्यांग वोटर अगर फार्म 12 डी की डिमांड करेगा तो उसी वक्त मतदाता सूची में निशान लगा दिया जाएगा। साथ ही 12 डी लिख दिया जाएगा। नामांकन की प्रक्रिया पूर्ण होते ही ऐसे लोगो को बैलेट पेपर के जरिए वोटिंग कराने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
वोटिंग कराने के लिए घर जाएगे पीठासीन अधिकारी : फार्म 12 डी भरने वाले वोटरों के घर स्वयं पीठासीन अधिकारी बैलेट पेपर लेकर जाएंगे। साथ में बीएलओ व स्थानीय पुलिस व वीडियोग्राफी की टीम भी होगी। वोटिंग के दौरान परिवार के सदस्य व अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधि की मौजूदगी नहीं रहेगी। हालांकि, इसकी जानकारी राजनीतिक दलों को भी दी जाएगी। साथ ही राजनीतिक दल के बीएलई मौजूद रह सकते हैं।
डबल लॉक में रखा जाएगा बैलेट बॉक्स : दिव्यांग व बुजुर्ग मतदाताओं के वोटिंग के बाद बैलेट पेपर सीधे कोषागार के डबल लॉक में रखने की व्यवस्था है। वोटिंग के गिनती के दौरान इसे मतगणना स्थल पर ले आया जाएगा। मतगणना स्थल पर पहले से बैलेट पेपर के मतों की गिनती के लिए अलग से टेबल होगा। इसी टेबल पर मतगणना कर्मी इन वोटो की गिनती करेंगे।