भारत की मिसाइल पाकिस्तान में गिरी, रक्षा मंत्रालय ने अफसोस जाहिर किया
भारत ने एक मिसाइल पाकिस्तान की ओर गिरने पर अफसोस जाहिर किया है. रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि मैंटनेंस के दौरान गड़बड़ी के कारण ऐसा हुआ. पाकिस्तान ने दावा किया है कि यह एक सुपरसोनिक मिसाइल थी.

भारत की एक मिसाइल ग़लती से पाकिस्तानी इलाक़े में घुस गई। घटना 9 मार्च शाम की है। पाकिस्तान ने इस पर भारत से सफाई मांगी और इसकी वजह पूछी। भारत ने शुक्रवार शाम को इस पर स्थिति साफ़ की। भारत सरकार की तरफ से बयान जारी कर कहा गया कि 9 मार्च को रूटीन मेंटीनेंस के दौरान तकनीकी खामी की वजह से एक मिसाइल अचानक फायर हो गई। इसे बहुत गंभीरता से लेकर हाई लेवल कोर्ट ऑफ इन्कवायरी का आदेश दिया गया है।
गुरुवार देर शाम जब भारत में हर तरफ पांच राज्यों के चुनावी नतीजों की चर्चा हो रही थी, उस वक़्त पाकिस्तान आर्मी की पब्लिसिटी विंग आईएसपीआर के डीजी मेजर जनरल बाबर इफ्तिखार प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भारत की सुपरसोनिक मिसाइल का ज़िक्र कर रहे थे। पाकिस्तानी सेना की तरफ से कहा गया कि 9 मार्च की शाम को 6.50 बजे पाकिस्तान के मियां चन्नू इलाके़ में एक हाई स्पीड फ्लाईंग ऑब्जेक्ट गिरा। कहा गया कि यह फ्लाई ऑब्जेक्ट भारत के सिरसा से लॉन्च हुआ और 40 हज़ार फीट की ऊंचाई पर था। पाकिस्तानी एयरफोर्स इसे लगातार मॉनिटर कर रही थी। यह शुरू में राजस्थान की महाजन फील्ड फायरिंग रेंज की तरफ जाता दिखा, लेकिन फिर इसने ट्रैक बदला और पाकिस्तानी एयर स्पेस की तरफ आया।
पाकिस्तान आर्मी ने कहा कि यह फ्लाईंग ऑब्जेक्ट बॉर्डर क्रॉस कर पाकिस्तान में 124 किलोमीटर तक अंदर चला गया। यह पाकिस्तानी इलाक़े में 3 मिनट 44 सेकेंड रहा और फिर मियां चन्नू इलाके़ में गिरा। उन्होंने कहा कि जब यह लॉन्च हुआ तब से ग्राउंड पर गिरने तक, पाकिस्तानी एयरफोर्स ने इसे लगातार मॉनिटर किया और कहा कि हम इसका फॉरेंसिक एनालिसिस कर रहे हैं। पाकिस्तान आर्मी की तरफ से यह भी कहा गया कि यह एक सुपरसोनिक सर्फेस टू सर्फेस मिसाइल हो सकती है, लेकिन अनआर्म्ड थी। पाकिस्तान की तरफ से कहा गया कि इसके गिरने से कुछ सिविलियन प्रॉपर्टी को नुकसान हुआ, लेकिन किसी की जान नहीं गई।
यह घटना ऐसे वक़्त में हुई, जब दो दिन पहले ही वहां की विपक्षी पार्टियों ने इमरान खान की सरकार के ख़िलाफ़ नैशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव लाने को कहा है। भारत की तरफ से इस मामले में बयान जारी करने से पहले तक यह कयास भी लगाए जा रहे थे कि कहीं इमरान की कुर्सी बचाने के लिए तो इस तरह की बातें नहीं की जा रहीं? प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब पाकिस्तानी पत्रकारों ने डीजी आईएसपीआर से सवाल किया तो उन्होंने कहा कि फौज का सियासत से कोई लेना देना नहीं है। ऐसा ही है और ऐसा ही रहेगा। हालांकि उनके इस बयान का ख़ुद पाकिस्तान में लोग काफी मज़ाक़ बना रहे हैं